बिहार में शराबबंदी के मुद्दे को लेकर प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी के नेता तेज प्रताप यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने गुरुवार को कहा कि बिहार में शराबबंदी का कानून महज दिखावा है. यहां IAS और IPS पिज्जा की तरह शराब की होम डिलीवरी करवा रहे हैं. बिहार के बॉर्डर इलाकों में पुलिस और प्रशासन के लोग शराब की कालाबाजारी में लिप्त हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बंद कमरे में बैठक करने से कुछ नहीं होने वाला है. उन्हें अपनी कुर्सी से उठकर बाहर निकलना होगा.
मीडिया से बातचीत में तेज प्रताप ने कहा कि जब डीजीपी बयान देते हैं कि शराब की कालाबाजारी बंद नहीं हो सकती, तो वे किस बात के डीजीपी बने हुए हैं. बिहार सरकार को इसपर लगाम लगानी चाहिए. मगर नीतीश सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है. सीएम बैठक करते हैं, लेकिन उससे कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है.
तेज प्रताप यादव ने कहा कि खुद मंत्री मंगल पांडे के घर के आगे शराब की बोतलें पड़ी मिलती हैं. सचिवालय में शराब की बोतलें मिलती हैं. थाने में बोतले मिलती हैं. यानी कि पुलिस और प्रशानिक अधिकारी शराब की कालाबाजारी करवा रहे हैं. सब पीते हैं पिलाते हैं. आईएएस-आईपीएस सभी शराब की होम डिलीवरी करवा रहे हैं.
इससे पहले तेज प्रताप ने दावा किया था कि विधानमंडल का सत्र शुरू होते ही नीतीश सरकार गिर जाएगी. क्योंकि सरकार पूरे राज्य में खुद शराब बिकवा रही है. विपक्ष ने सदन में सरकार को इस मुद्दे पर घेरने का पूरा प्लान बना लिया है. इस बार कोई भी नहीं बच पाएगा. बता दें कि बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होने जा रहा है.