टोक्यो ओलंपिक में बैडमिंटन सिंगल्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले हाजीपुर के प्रमोद भगत को खेलरत्न मिलेगा। इस अवार्ड के लिए चयनित किये जाने पर मुजफ्फरपुर खेल जगत में खुशी का माहौल है। कमेटी ऑफ पैरालंपिक मुजफ्फरपुर के सचिव कुमार आदित्य ने बताया कि गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले प्रमोद भगत समेत 11 खिलाड़ियों को देश के शीर्ष खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्होंने बताया कि टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले प्रमोद भगत मूल रूप से हाजीपुर सदर क्षेत्र के विशुनपुर बसंत मोहल्ले (छठ पोखर टोला) के हैं। प्रमोद ने टोक्यो में मेंस सिंग्लस (एसएल-3) के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाड़ी को सीधे गेम में 21-14 व 21-17 से हराकर भारत को गोल्ड दिलाया।

चार साल की उम्र में उसे पोलियो हो गया। प्रमोद की बुआ कुसुम देवी अपने साथ प्रमोद को भुवनेश्वर ले गई। वहीं पर उनकी पढ़ाई हुई। स्कूल स्तर से उन्होंने बैडमिंटन को अपना कॅरियर बनाया। उन्होंने नेशनल में ओड़िशा बैडमिंटन टीम का प्रतिनिधत्व किया।