समस्तीपुर। आइटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट (चिकित्सा पदाधिकारी) के रूप में तैनात रोसड़ा की डॉ. प्रिया भारती को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है। भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी मसूरी के 44 वां स्थापना दिवस पर प्रिया को उक्त सम्मान से नवाजा गया। साथ ही बेहतर सेवा के लिए प्रशस्ति पत्र भी दिया गया है।

बताते चलें कि महज एक वर्ष के अंदर ही रोसड़ा की इस बेटी की दोहरी उपलब्धि से स्थानीय लोगों में हर्ष व्याप्त है। आठ माह पूर्व ही इस डॉक्टर बिटिया को रजत पदक से सम्मानित किया गया था और अब अपनी सेवा के बल पर उसने स्वर्ण पदक भी हासिल कर लिया।
शहर के वार्ड नंबर 18 निवासी अधिवक्ता डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह की पुत्री डॉ प्रिया भारती को राष्ट्र के सेवकों की जानमाल की सुरक्षा हेतु किए गए सेवा पर उन्हें यह उपलब्धि प्राप्त हुई है। भारत तिब्बत सीमा पुलिस में असिस्टेंट कमांडेंट, मेडिकल आफिसर के पद पर कार्यरत डॉ भारती ने अपनी सेवा के शुरुआती दौड़ में ही कोरोना काल को झेलते हुए अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा को प्राथमिकता दिया था।
वहीं कोविड-19 के अत्यंत खतरनाक दूसरी लहर में भी अपनी परवाह किए बगैर रोगियों को अनवरत सेवा देती रही। इस बीच बीमार पड़ने पर भी दवा के सहारे अपने को दुरुस्त रख जवानों की सेवा में लगी रही। इसी सेवा भावना को देख गृह मंत्रालय द्वारा डॉ. भारती को गोल्ड मेडल के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया। क्षेत्र के प्रखर शिक्षाविद स्वर्गीय देवनंदन बाबू की परपौत्री की इस सफलता पर स्वजनों के अलावा स्थानीय शिक्षा व चिकित्सा से जुड़े बुद्धिजीवियों ने भी हर्ष जताते हुए बेटी को रोसड़ा का गौरव करार देते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। दूसरी ओर डॉ. प्रिया भारती ने ‘सेवा परमो धर्म:’ को को ही इस सफलता का मूलमंत्र बताई है।
Input-जागरण संवाददाता